राम

‘‘सर्व शाक्तिमते परमात्मने श्री रामाय नमः’’

नव वर्ष 2011 के अवसर पर साधकों के लिये पूज्य पिताजी महाराज का शुभ संदेश

नव वर्ष 2013 के आगमन पर आप सब को बहुत बधाई देता हूँ। मेरी हार्दिक कामना है कि प्रभु राम की कृपा छाया आप सब पर सदैव बनी रहे।

इस शुभ मंगल वेला पर मुझे आपको यही संदेश देना है कि जिस प्रकार वर्ष परिवर्तन हो रहा है उसी प्रकार हमारे जीवन में भी शुभ का परिवर्तन होना चाहिए। यह समय आत्मिक चिन्तन, मनन और मानसिक मंथन का होता है। हमें विचार करना है कि पिछले वर्ष हम से जो भूलें र्हुइं, गल्तियाँ हुईं, दुराग्रह हुए, दुष्कर्म हुए उसके लिए प्रभु से क्षमा-याचना करनी है। प्रभु के आगे प्रार्थना करनी है कि हमारा जीवन पावन हो, निर्मल हो और हमारे विचार विमल हों। हम में सत्यता, प्रेम और निर्भीकता के गुण विकसित हों। राम नाम को जपने वाला साधक सब का मित्र होता हैख् सब को सम-भाव से देखता है। सब का हिताकांक्षी होता है, उसके मन में सदैव दूसरों को सुख देने की तत्परता रहती है। वह सब की सद्भावनाओं का आदर करता है, सभी जीवों में प्रभु के दर्शन करता है।

मुझे पूर्ण विश्वास है कि यदि हम सिमरन, सत्संग और नियमित प्रार्थना को अपने जीवन का अभिन्न अंग बना लेंगे तो हमारे कष्ट और क्लेशों का हरण होगा। हमारे पाप-दोष क्षीण होने लगेंगे। राम का नाम परम शांति एवं सुख को प्रदान करने वाला मंत्र है। प्रार्थना का उजियारा फैलते ही जीवन का तम स्वतः नष्ट हो जाता है। हमारे लिए शुभ एवं मंगलकारी पथ स्वयम् प्रकाशित होने लगता है। प्रार्थना में मन के उच्चतम विचारों को झंकृत करने की अपार क्षमता है। इसके द्वारा हमें हृदय के विषमतम अंधेरे कोनों को स्वच्छ करने का बल भी मिलता है। शुद्ध हृदय से विनयपूर्वक की गई पुकार चाहे कितने ही टूटे-फूटे एवं अल्प शब्दों में हो उस प्रभु के धाम तक अवश्य पहुँचती है। प्रार्थना से मन उन्नत होता है। इससे हम शुद्ध एवं प्रबुद्ध बनते हैं। यही मानव जीवन का सार है।

आइए, हम सब मिलका प्रार्थना करते हुए नव वर्ष का का अभिनन्दन करें और मन में संकल्प लें कि इस जीवन को सुन्दर एवं सुफल बनाएगें। अपने कत्र्तव्य-पालन करते हुए अपने पुण्य-कर्मों को बढ़ाते जाएगें।

‘‘मार्ग सत्य दिखाइए, सन्त सुजन का पाथ।
पाप से हमें बचाइए, पकड़ हमारा हाथ।।’’

नव वर्ष 2013 आप सब के लिए मंगलमय हो। ईश्वर आपके शुभ-संकल्पों में सहायक हों, प्रभु राम के मंगलकारी नाम का आप सब के हृदय में निवास हो।

शुभ कामनाओं सहित,

hanshrajsign

1-1-2013


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