Bhajans by Pujya Maa Rekhaji Maharaj
चदरिया झीनी रे झीनी
धुन - मेरी झोंपड़ी दे भाग
कर्मां की रेखा न्यारी रे
ठुमक चलत राम चन्द्र
ज़रा आ शरण मेरे राम की
तेरे नाम जपन दा वेला
हनुमान चालीसा
पाइयां तेरे दर तो मैं रहमतां हज़ारां
भजिये राम नाम सुखदायी
महाराज मेरी नैया उस पार
धुन : बोलो राम बोलो राम
सतगुरु महाराज मोपे राम रंग डाला
कर्मां की रेखा न्यारी रे (सत्संग)
मेरे घर आओ राम जी
बड़ी दुर से तेरे चरणों में
लिखनवालिया तू हो के दयाल
राम नाम लौ लागी
मेरे राम रघुनाथ तेरी जय
महाराज दयालु बड़े
धुन : राम राम राम राम
गुरूजी थारी शरणी आयो जी
कोई कछु कहे मन लागा रे
हनुमान चालीसा (सत्संग)
पाइयां तेरे दर तो मैं रहमतां हज़ारां (सत्संग)
स्वासां दी माला नाल सिमरा
सभी मिल मंगल गाओ रे
कौन जतन कर तुझको रिझाऊँ
तेरे नाम का सिमरन करके
खोलो दया का द्वार
फ़ागुन के दिन चार
हनुमान चालीसा
मन राम जपन क्यूँ छोड़ दिया
मैया मोहे मंगल दर्शन दीजै
रघुवर तुमको मेरी लाज
बड़ी दूर से तेरे चरणों में हम सीस झुकाने आये हैं
मैया मोहे मंगल दर्शन दीजै
कोई कछु कहे मन लागा रे
तेरे नाम का सिमरन करके
तु ही मेरी रसना
प्रेम मुदित मन से कहो राम राम राम
ब्रिज के नन्दलाला
स्वसां दी माला नाल सिमरा
चदरिया झीनी रे झीनी (सत्संग)
अब की टेक हमारी लाज राखो गिरधारी
राम रस मीठा
गुरुदेव चरण कमलों में